मंगलुरू (कर्नाटक): Inspector arrested passport fraud पासपोर्ट सत्यापन रिकॉर्ड में फर्जीवाड़ा करने के लिए एक पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने दक्षिण कन्नड़ जिले में स्थानीय व्यक्ति के नाम पासपोर्ट जारी करने की सुविधा हेतु ऐसा किया था। पुलिस ने कहा कि फरवरी, 2025 में जमा किए गए शक्तिदास के पासपोर्ट आवेदन के सत्यापन में विसंगतियां पाए जाने के बाद यह मामला उजागर हुआ। अधिकारियों ने पते में विसंगति के कारण प्रारंभिक आवेदन अस्वीकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि शक्तिदास ने जून, 2025 में नए सिरे से आवेदन किया। लेकिन जांच में पता चला कि पुलिस निरीक्षक प्रदीप ने सत्यापन प्रक्रिया को दरकिनार करने के लिए रिकॉर्ड में हेराफेरी करते हुए बीट अधिकारी के नाम पर एक फर्जी रिपोर्ट लगाई थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह फर्जीवाड़ा उस समय सामने आया जब 19 दिसंबर को दस्तावेजों की समीक्षा की गई। समीक्षा में पता चला कि इस मामले से जुड़े दस्तावेज नष्ट करने के प्रयास किए गए। इसके परिणाम स्वरूप, शक्तिदास और प्रदीप के खिलाफ विटला पुलिस थाने में धोखाधड़ी और विश्वासघात सहित भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रदीप को अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक, फरार शक्तिदास की पृष्ठभूमि का पता लगाने के लिए जांच चल रही है।

