चेन्नई Rajinikanth भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार रजनीकांत को करोड़ों लोग सिर्फ एक अभिनेता नहीं बल्कि एक प्रेरणा के रूप में देखते हैं। हाल ही में जब उन्हें प्रतिष्ठित ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया, तो यह सिर्फ उनके अभिनय या लोकप्रियता का सम्मान नहीं था, बल्कि उनके लंबे संघर्ष की भी सराहना थी, जिसने उन्हें सिनेमा की दुनिया में एक अलग स्थान दिलाया।
Rajinikanth इस अवसर पर देश के जाने-माने और सात बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके गीतकार वैरामुथु ने सोशल मीडिया पर एक खास पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने रजनीकांत की सफलता के पीछे छिपे सच को बड़े सरल और स्पष्ट शब्दों में सामने रखा। वैरामुथु ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तमिल में एक लंबा पोस्ट लिखा और रजनीकांत को इस सम्मान के लिए बधाई दी। उन्होंने लिखा, ”रजनीकांत को यह अवॉर्ड मिलना पूरी तरह सही है क्योंकि उन्होंने अपने जीवन और करियर को जिस समर्पण से जिया है, वह खुद में एक बड़ा उदाहरण है।”
Rajinikanth उन्होंने आगे लिखा, ”रजनीकांत आज जिस मुकाम पर हैं, उसका कारण सिर्फ उनकी अभिनय प्रतिभा नहीं, बल्कि उनकी काम के प्रति ईमानदारी और अनुशासन है।” वैरामुथु ने रजनीकांत के साथ कई फिल्मों में काम किया है और लंबे समय से उन्हें करीब से जानते भी हैं। इन्हीं अनुभव के आधार पर उन्होंने पोस्ट में आगे कहा, ”रजनीकांत को सफलता कभी अचानक नहीं मिली, बल्कि यह उनके जीवन की प्राथमिकताओं के सही संतुलन का नतीजा है। वह हमेशा अपने काम को सबसे पहले रखते हैं और बाकी सारी चीजें उसके बाद आती हैं। वह अपनी लोकप्रियता और स्टारडम का इस्तेमाल कभी किसी और क्षेत्र में करने की कोशिश नहीं करते। यह विनम्रता उनके व्यक्तित्व को और भी बड़ा बनाती है।”
Rajinikanth उन्होंने कहा, ”रजनीकांत अपने प्रशंसकों के साथ एक संतुलित दूरी बनाए रखते हैं। वह उनसे बहुत नजदीक नहीं होते कि व्यक्तिगत सीमाएं टूट जाएं, और न इतने दूर कि उनके बीच दूरी पैदा हो जाए। यही संतुलन उनके और उनके प्रशंसकों के बीच सालों से प्रेम और सम्मान का रिश्ता बनाए हुए है।” वैरामुथु ने पोस्ट में रजनीकांत की जीवनशैली पर भी महत्वपूर्ण बातें लिखीं। उन्होंने लिखा, “रजनीकांत अपनी सेहत को लेकर बेहद सजग रहते हैं। सही खानपान और नियमित व्यायाम उनके जीवन का हिस्सा है, इसी कारण वह आज भी उम्र के इस पड़ाव पर बेहद फिट और चुस्त दिखाई देते हैं। वह नई पीढ़ी के लोगों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हैं, लेकिन इसके बावजूद अपनी असली पहचान नहीं खोते। वह बदलती दुनिया के साथ खुद को ढालते हैं, पर अपने मूल स्वभाव में कोई बदलाव नहीं लाते।”
Rajinikanth पोस्ट में आगे, वैरामुथु ने कहा, ”रजनीकांत हमेशा विवादों से दूर रहना चाहते हैं, लेकिन समाज उन्हें अक्सर किसी न किसी मुद्दे में खींच लेता है। इसके बावजूद वह खुद कभी विवाद पैदा करने की कोशिश नहीं करते। उनका यह स्वभाव उन्हें बाकी कई सितारों से अलग बनाता है।” गीतकार ने रजनीकांत की विनम्रता पर भी बात की। उन्होंने लिखा, ”रजनीकांत आम जनता के सामने हमेशा बहुत सादगी और नम्रता से पेश आते हैं। यदि उनमें कहीं थोड़ी बहुत घमंड की भावना होती भी है, तो वह केवल उनके निजी जीवन तक सीमित रहती है और कभी भी सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं देती।”
Rajinikanth वैरामुथु ने पोस्ट के आखिर में एक गीत की पंक्तियों का जिक्र किया, जो उन्होंने रजनीकांत की एक फिल्म के लिए लिखी थीं। उन्होंने कहा कि रजनीकांत अपने जीवन से उन पंक्तियों को सच साबित करने की कोशिश कर रहे हैं, ”मेरा शरीर तब तक नहीं जलेगा, जब तक मैं अपनी सीमा को छू नहीं लेता।”
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